tag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post2768614880068580779..comments2023-05-27T17:39:51.655+05:30Comments on दो बातें एक एहसास की...: बरसीं लाठियाँ, हाय लोकतंत्र...लोकेन्द्र विक्रम सिंहhttp://www.blogger.com/profile/08180984515356933377noreply@blogger.comBlogger29125tag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-785634189510460382009-09-14T19:59:02.404+05:302009-09-14T19:59:02.404+05:30बहुत ही शोकजनक और चिंतनीय रवैय्या है पुलिस का ...ज...बहुत ही शोकजनक और चिंतनीय रवैय्या है पुलिस का ...जिन्हें लोकहित के लिए निहित किया गया है उनके द्वारा इस प्रकार किये जा रहे असामजिक कृत्यों से ना सिर्फ अविश्वास जनक <br />माहौल उतपन्न होता है बल्कि लोगों के मन मैं घृणा बढती है ...मेरे अनुसार इसमें मीडिया की सहायता ज़रूर लेनी चाहिए क्यूंकि यहाँ हमारे क्षेत्र मैं भी कई ऐसे किस्से हुए हैं जहाँ मीडिया ने के दखल से पुलिस को आवश्यक कदम उठाने पर मजबूर किया है ... ...बाकी आपने अपने ब्लॉग के द्वारा इस वाकिये से सबको अवगत करा ही दिया है ...पर इसे सामाजिक स्तर पे सामने लाना भी आवश्यक है .Priyanka Telanghttps://www.blogger.com/profile/11017736782355008698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-58790970188191842962009-08-22T22:33:30.914+05:302009-08-22T22:33:30.914+05:30ओह शर्मनाक !ओह शर्मनाक !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-75124467152083491812009-08-19T22:49:35.606+05:302009-08-19T22:49:35.606+05:30इस तरह की घटना वाक़ई शर्मनाक है। मगर हमें एक बात बत...इस तरह की घटना वाक़ई शर्मनाक है। मगर हमें एक बात बतलाइए के जब हम लोग प्रदर्शन करने जाते हैं तो पूरी तैयारी से क्यों नहीं जाते और ज़रा अक्ल लगा कर क्यों नहीं करते। मेरा मतलब है कि पुलिस के सामने पथराव करने से बेहतर आप सूने में टिट फ़ार टैट करके निकल भागते साँप भी मर जाता और लाठी भी ना पड़्ती। इसीलिए कहते हैं चाय घर पर ही पी ली जाए तो बेहतर है।बवालhttps://www.blogger.com/profile/11131413539138594941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-88958024881545270732009-08-18T20:20:01.086+05:302009-08-18T20:20:01.086+05:30sad but not surpricee thire has only one option to...sad but not surpricee thire has only one option to control unity and do your voice high,this is our 62th indipendence so we sould think that "kab tak"?jitendriyamhttps://www.blogger.com/profile/02202815744675488251noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-30353047899440291892009-08-18T09:45:33.435+05:302009-08-18T09:45:33.435+05:30बहुत ही शर्मनाक और दुखद घटना है! स्वतंत्रता दिवस क...बहुत ही शर्मनाक और दुखद घटना है! स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-67538662813894618832009-08-17T21:01:11.612+05:302009-08-17T21:01:11.612+05:30mujhako lagata hai ki rajnitik asamvedansilata ke ...mujhako lagata hai ki rajnitik asamvedansilata ke karan vyavastha par dabav badhata ja raha hai , is karan hisak gatividhiyon me badhottari hi rahi hai, gubar nikalane ka space kam hone ke kar sthitiyan aur badtar ho sakati haiजयप्रकाश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08382441771511210689noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-28893349873697257862009-08-17T16:31:44.479+05:302009-08-17T16:31:44.479+05:30pahele wali baat hoti to police station hi bomb sa...pahele wali baat hoti to police station hi bomb sa fuk dete... par behtar yahi hoga ki jake congress sarkar (rahul gandhi sa miley) sa baat kijey mujeh lagta hai hum prayas karne ki bajay kudh hi galat sochane lagte hai. wo sunte hai sab ki .. malim hai mujeh.<br /><br />awantika singhAwantika singhhttps://www.blogger.com/profile/07291378036522144763noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-14995363867280912112009-08-17T11:52:58.092+05:302009-08-17T11:52:58.092+05:30बहुत ही शर्मनाक घटना है..............आज भी पुलिस अ...बहुत ही शर्मनाक घटना है..............आज भी पुलिस अंग्रेजों के ज़माने वाले तेवर ही apnaaye huve है .............. शर्म की बात है aazaad bhaarat में भी आज तक yehi हो रहा है ............दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-16718582223287198432009-08-16T17:41:20.869+05:302009-08-16T17:41:20.869+05:30lokendra ji ye problem tabhi dur hogi jab hamare o...lokendra ji ye problem tabhi dur hogi jab hamare officer ye soche ki vo bhi student the,<br />lekin dukhad pahalu ye hai ki kal aap IPS ban kar aapne hi employ ko support karoge,ya student ko,ya loktantra ko ?Unknownhttps://www.blogger.com/profile/16084241467654043292noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-15834080085539059642009-08-15T22:03:29.057+05:302009-08-15T22:03:29.057+05:30अजय जी....
आपका बहुत-बहुत आभार जो आप आपने खुद ही ह...अजय जी....<br />आपका बहुत-बहुत आभार जो आप आपने खुद ही हमारे लिए आगे आये लेकिन इक बात मै कहूँगा आपसे की जिस तीनो क्षेत्र को आपने संबोधित किया है वो कैसे मदद करेगी.......<br />यहाँ रहने वाले हजारों छात्रो में शायद ही कोई यहाँ का वोटर हो..... और जो देश में अभी वोट बैंक की राजनीति चल रही है साथ ही सत्ता दल के प्रत्याशी के ही यहाँ के सीट से विजयी होने को देखते हुए और जिसने खुद पीटा है उससे तो न्याय की आशा न ही रखी जाये..... जैसा की अनिल कान्त जी ने मीडिया के बारे में कहा है तो उन्हें मै बता दूँ की मीडिया ने ये समाचार तो दिया की मुखर्जी नगर में पुलिस और छात्रो की झड़प हुई है.... लेकिन मैंने सारे तो नही लेकिन अधिकतर समाचार पत्र और न्यूज चैनल देखा जिसमे हवाई फायरिंग और यू.पी.एस.सी. के छात्रो की पिटाई को जाने दीजिये लाठी चार्ज की भी चर्चा नही की गयी है, जबकि वही लाठी बरसतें समय कई मीडिया कर्मी और उनकी वैन खड़ी थी तब ये भी अब न्याय दिलाने के प्रश्न चिन्ह में है..... और अब बात रही कोर्ट की तो इसकी जो कार्य करने की शैली है उससे तो सब परिचित हैं और अब आगे हमारे मेन्स एक्साम के रहते अधिकतर सताए गए लोग भी भविष्य के कारण साथ नही हो रहें हैं.......<br />हमें एक आशा संसद के विपक्ष दल से थी लेकिन वो खुद ही अभी जिन्ना प्रकरण से निकलकर अब हार के कारणों की गुत्थी सुलझाने में लगा है.... राष्ट्र हित के मुद्दे को छोड़ इसके अधिकतर नेता जीवन के आखिरी समय में जो मिल जाये उसे ही बटोरने में लगे हैं....<br />अब एक उम्मीद मानवाधिकार आयोग की बची है तो अब उसका भी दरवाजा खटखटा लेतें हैं... शायद हमें न्याय मिल सके....?लोकेन्द्र विक्रम सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08180984515356933377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-19830571675052221732009-08-15T21:35:58.584+05:302009-08-15T21:35:58.584+05:30जो भी है वो इतना चुभता हुआ है कि कुछ प्रतिक्रिया क...जो भी है वो इतना चुभता हुआ है कि कुछ प्रतिक्रिया कर पाने की स्थिति में नहीं हूं? गहरी पीड़ा हैमुनव्वर सुल्ताना Munawwar Sultana منور سلطانہhttps://www.blogger.com/profile/07581617208915603720noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-7587449884109062282009-08-15T20:52:45.359+05:302009-08-15T20:52:45.359+05:30आज़ादी की 62वीं सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं। इस ...आज़ादी की 62वीं सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं। इस सुअवसर पर मेरे ब्लोग की प्रथम वर्षगांठ है। आप लोगों के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष मिले सहयोग एवं प्रोत्साहन के लिए मैं आपकी आभारी हूं। प्रथम वर्षगांठ पर मेरे ब्लोग पर पधार मुझे कृतार्थ करें। शुभ कामनाओं के साथ-<br /> रचना गौड़ ‘भारती’रचना गौड़ ’भारती’https://www.blogger.com/profile/14295502379920849897noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-35802673238197674192009-08-15T20:29:26.130+05:302009-08-15T20:29:26.130+05:30बड़ी क्रूर एवं शर्मनाक घटना है...अजय जी यदि मदद क...बड़ी क्रूर एवं शर्मनाक घटना है...अजय जी यदि मदद कर सकें तो बड़ी अच्छी बात होगी...अर्चना तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04130609634674211033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-44113300573164018772009-08-15T19:25:18.906+05:302009-08-15T19:25:18.906+05:30भारतीय लोकतंत्र का यह एक घिनोना चहेरा है ,जिसमे प...भारतीय लोकतंत्र का यह एक घिनोना चहेरा है ,जिसमे पुलिस की चहेरा तो बहुत ही डरावना ही रक्षक हो कर भी भक्षक की भूमिका निभा रही है ,पुलिस मैं भी सुधर की जरुरत है ,किन्तु राजनातिक पार्टी सत्ता से बाहर हो तो पुलिस सुधर की बात करती है पर सत्ता में आने पर उनिही को हथियार का रूप मैं प्रयोग करती है, <br />आखिर हम है हिन्हुस्तानी <br /> स्वतंत्र दिवस की शुभ कामनाये के साथपुष्प कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/03242204087043958878noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-43635592591986046992009-08-15T14:58:23.631+05:302009-08-15T14:58:23.631+05:30ek dukhad ghatna.....ek dukhad ghatna.....रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-74844208215539145022009-08-15T14:23:11.918+05:302009-08-15T14:23:11.918+05:30Namshkar!
Bhai ji ham aap se sahmat hain,
ham bhi ...Namshkar!<br />Bhai ji ham aap se sahmat hain,<br />ham bhi yahi sochte hain ki kya ham aazad hain.........<br />काश मिल सकता हमें इसका जवाब तो आजादी की ६२वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर हम और गर्व से कह पाते की हम विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र वाले देश के निवासी हैंKuldeep Kumar Mishrahttps://www.blogger.com/profile/18083682608623486810noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-24872875283160522052009-08-15T12:57:15.763+05:302009-08-15T12:57:15.763+05:30सही मायने में स्वतंत्रता चोर , गुंडों, हत्यारों. ब...सही मायने में स्वतंत्रता चोर , गुंडों, हत्यारों. बलात्कारियों, और भ्रष्टाचारियों को मिली क्योंकि आजादी से पहले वे ये सब खुले आम नहीं कर पाते थे !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-38681769009726346622009-08-15T11:37:16.282+05:302009-08-15T11:37:16.282+05:30Yes its tragedy of system. System is such that it ...Yes its tragedy of system. System is such that it desist truer souls to enter. These days society is not able to distinguish genuine "student" from rogues.Krishna Karthikhttps://www.blogger.com/profile/11982700502604799609noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-83941463930964182652009-08-15T02:48:29.680+05:302009-08-15T02:48:29.680+05:30कृष्ण जन्माष्ट्मी व स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत ...<b>कृष्ण जन्माष्ट्मी व स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं !!<br /><br />जय हिन्द!! <br /><br />भारत मॉ की जय हो!!<br /><br />आई लव ईण्डियॉ</b> <br /><br />आभार<br /><br /><a href="http://dada1313.blogspot.com/" rel="nofollow">मुम्बई-टाईगर</a><br /><a href="http://mahaprem.wordpress.com/" rel="nofollow">द फोटू गैलेरी</a><br /><a href="http://mahapremz.blogspot.com/" rel="nofollow">महाप्रेम</a><br /><a href="http://ctup.blog.co.in/" rel="nofollow">माई ब्लोग</a><br /><a href="http://mybloghindi.blogspot.com/" rel="nofollow">SELECTION & COLLECTION </a>हें प्रभु यह तेरापंथhttps://www.blogger.com/profile/12518864074743366000noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-70536353389353998842009-08-15T00:41:19.300+05:302009-08-15T00:41:19.300+05:30जानकर हैरानी होती है, जब देश के रक्षक ही भक्षक हो ...जानकर हैरानी होती है, जब देश के रक्षक ही भक्षक हो जाये। आपके मित्र के साथ जो भी हुआ वह अन्याय पुर्ण घटना है और मानवता को शर्मसार कर रही है। मै तो आपको यही राय दुगां कि आप उन लोगो के खिलाफ कार्यवाई करे और जहां तक हो सकेगा मेरा साथ आपके साथ रहेगा।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-74424145875504263252009-08-14T23:37:22.016+05:302009-08-14T23:37:22.016+05:30हम यह तो कह रहे हैं सरकार , पुलिस , अधिकारी क्या ...हम यह तो कह रहे हैं सरकार , पुलिस , अधिकारी क्या कर रहे हैं <br />मगर यह घटना किसी माफिया , डॉन , भीड़ का चरित्र नहीं दर्शाती है यह जो कुछ आप ने लिखा है वोह हमारे समाज का चरित्र है हमारा कितना पतन हो चूका है हम मोहल्ला , शहर , प्रान्त , धर्म ,जात ,पात , तथा वर्ग जैसे कि रेल वाला रेल को , बैंक वाला बैंक को ,MST यात्री MST यात्री को Support करता है.<br />जैसी जनता होती है वैसा ही उसको एडमिनिस्ट्रेशन मिलता है ,<br />हम दूसरे का दोष न देख कर अपने को सुधारने का प्र्यतन करें. तब ही व्यवस्था तथा समाज सुधरे गा.<br />हम सब पैसे कि दौड़ में WIIIFM के सूत्र पर ही चल रहे हैं.<br /><br />NOTE: WHAT IS IN IT FOR ME ( wiiifm)MAZHARhttps://www.blogger.com/profile/12433016623038639609noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-49831448439932413802009-08-14T22:58:20.059+05:302009-08-14T22:58:20.059+05:30बेहद दुखद घटना है। यह व्यापारिक प्रतिद्वन्द्विता औ...बेहद दुखद घटना है। यह व्यापारिक प्रतिद्वन्द्विता और बढ़ता उपभोक्तावाद जो न करा दे।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-12033161757689966802009-08-14T22:41:20.622+05:302009-08-14T22:41:20.622+05:30शर्मनाक है। आपने जिस तरह से आस्ट्रेलिया व विदेशो म...शर्मनाक है। आपने जिस तरह से आस्ट्रेलिया व विदेशो में भारतीय छात्रों से दुर्व्यवहार से इस घटना को जोड़ा है वह हमारी समसामयिक चिन्ताओं को मीडिया के नकली चश्मे से देखने की पोल खोलनेवाला नज़रिया है। <br /><br />अच्छा लगा आपका ब्लाग। शुभकामनाएं...अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-59117926358191830092009-08-14T22:27:58.359+05:302009-08-14T22:27:58.359+05:30घटना वाकई बहुत शर्मनाक है...और अगर पुलिस या राजनेत...घटना वाकई बहुत शर्मनाक है...और अगर पुलिस या राजनेताओं का थोडा बहुत कोई बिगाड़ सकता है तो वो है मीडिया...मगर अब वह भी कठपुतली बनती जा रही है....एकजुट हो सही दिशा में लड़ना बहुत जरूरी हैअनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-427516482239362007.post-13099060788347610292009-08-14T22:22:13.443+05:302009-08-14T22:22:13.443+05:30ऐसी घटनाएँ बहुत घट रही हैं। वह छात्र स्थानीय दुकान...ऐसी घटनाएँ बहुत घट रही हैं। वह छात्र स्थानीय दुकानदारों के आपसी झगड़े का शिकार हुआ होना चाहिए। हमारे देश में जो व्यवस्था है उस में रोटियाँ बिखेर दी गई हैं। जिस को जो पल्ले पड़ रहा है वही लिए भाग रहा है। आपस में लोग लड़ाए जा रहे हैं। हर एक को शिकारी बना दिया गया है और वे आपस में एक दूसरे का शिकार कर रहे हैं। जब स्थिति बिगड़ जाती है तो सारा दोष छात्रों पर डाल दिया जाता है। वे स्थानीय निवासी जो नहीं हैं। <br /><br />देश में न्यायपालिका भले ही न्याय करती हो लेकिन वह पर्याप्त का पांचवाँ हिस्सा भी नहीं है। जब तक न्याय हो तब तक न्याय मांगने वाले को रोंदने का पूरा प्रयास किया जाता है। देश में न्याय नहीं है। न्याय के लिए मांग उठनी चाहिए। न्याय रोटी से पहले की जरूरत है। कम रोटियों को हम बांट कर खा सकते हैं लेकिन न्याय नहीं है और रोटियाँ चाहे जैसे छीन छपट कर ले जाई जा रही हैं तो हम आपस में ही लड़ कर मर जाएंगे। पूरे और त्वरित न्याय के लिए लड़ना होगा।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com