"किसी का इंतजार बाकी है..."
न कोई बात बाकी हैन कोई रात बाकी हैतमन्नाओं में जाने क्यूंअब भी इक शाम बाकी है,न कोई ख्वाब बाकी हैन कोई सफर बाकी हैडायरी में जाने क्यूंअब भी कुछ याद बाकी है,न वादा था किसी कान कोई मुलाकात बाकी हैदिल में न जाने क्यूंकिसी का इंतजार बाकी है !!
14 टिप्पणियां:
बहुत उम्दा रचना!!
Sundar rachna.
न कोई बात बाकी है
न कोई रात बाकी है
तमन्नाओं में जाने क्यूं
अब भी इक शाम बाकी है,
तमन्ना तो जिन्दा रहनी ही चाहिए..........
खूबसूरत लिखा है
इंतजार के बिना जिन्दगी गुज़रना कठिन ही नहीं असंभव है इसलिए जिन्दगी में इंतजारहोना ज़रूरी है |
अच्छी रचना के लिए बधाई ,
इंतजार के बिना जिन्दगी गुज़रना कठिन ही नहीं असंभव है इसलिए जिन्दगी में इंतजारहोना ज़रूरी है |
अच्छी रचना के लिए बधाई ,
इंतजार के बिना जिन्दगी गुज़रना कठिन ही नहीं असंभव है इसलिए जिन्दगी में इंतजारहोना ज़रूरी है |
अच्छी रचना के लिए बधाई ,
Only thing that I can say is a big really big "Wow"!!!
Chandar Meher
bahut sunder rachna hai...
abhi bhi jeevan ke kai raste baki,
un par hai apna mukam banana baki.
abhi bhi jeevan ke kai raste baki,
un par hai apna mukam banana baki.
बहुत ख़ूबसूरत रचना लिखा है आपने जो काबिले तारीफ है!
Hi,
Very beautiful... awesome!
Regards,
Dimple
http://poemshub.blogspot.com
rachna achhi lagi lekin bhavnao ki sampurnata ka aabhav khataka...
gajab babu kya likhate ho jaanu
bahut khub...pucho mat ye choti choti panktiya kitane gahare ja simtati hai....
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